Anurag Thakur- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बनाया रिकॉर्ड; हिमाचल में हमीरपुर सीट से लगातार 5वीं बार सांसद बने, मंडी से बॉलीवुड की कंगना रनौत जीतीं

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बनाया रिकॉर्ड; हिमाचल में हमीरपुर सीट से लगातार 5वीं बार सांसद बने, मंडी से बॉलीवुड की कंगना रनौत जीतीं

Anurag Thakur Won Hamirpur Seat And Kangana Ranaut Won Mandi Seat Update

Anurag Thakur Won Hamirpur Seat And Kangana Ranaut Won Mandi Seat Update

Anurag Thakur Won Election: केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अनुराग ठाकुर ने रिकॉर्ड बनाया है। ठाकुर ने हमीरपुर सीट से लगातार 5वीं बार जीत हासिल की और सांसद बने हैं। अनुराग ठाकुर एक लाख से भी ज्यादा वोटों (1,82,357) से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा सहित अन्य उम्मीदवारों को मात दी है।

बता दें कि, हिमाचल में कुल 4 लोकसभा सीटें हैं और सभी चार सीटों पर वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से ही बीजेपी का दबदबा कायम रहा है। रुझानों में चारों सीटों पर बीजेपी ही आगे चलती रही। हमीरपुर के अलावा मंडी, शिमला और कांगड़ा संसदीय सीटों पर भी बीजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई है।

मंडी से बॉलीवुड की कंगना रनौत जीतीं

वहीं अनुराग ठाकुर के साथ-साथ मंडी लोकसभा सीट से पहली बार बीजेपी की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ीं बॉलीवुड की कंगना रनौत ने भी जीत (Kangana Ranaut Won) हासिल की है। कंगना ने कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य को चुनाव में हराया है। यह सीट विक्रमादित्य की मां के पास थी। वह यहां से 2019 में सांसद बनी थीं।

फिलहाल जीत के बाद कंगना रनौत ने जनता का आभार जताया है। कंगना रनौत ने कहा कि लोगों का पीएम मोदी पर जो विश्वास है आज उसी का परिणाम है कि मेरी जीत हुई है। मैंने पीएम मोदी के नाम पर जनता से वोट मांगे थे।

जीत के बाद अनुराग ठाकुर क्या बोले?

हमीरपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह जीत कार्यकर्ताओं, PM मोदी के नेतृत्व की जीत है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की जनता ने फिर एक बार विश्वास व्यक्त किया है। मैं हमीरपुर की जनता का आभारी हूं जिसने 5वीं बार रिकॉर्ड मतों से फिर मुझे विजयी कराया है। मेरे अगले 5 वर्ष यहां के लिए फिर समर्पित होंगे।

वहीं अनुराग ठाकुर ने कहा कि, हिमाचल प्रदेश की चारों सीटें भाजपा ने जीती है, हिमाचल ने फिर चौका लगाया है। मुझे लगता है कि NDA 300 पार करके फिर एक बार सरकार बनाएगी। देश ने फिर एक बार मोदी सरकार बनाने का मन बनाया है और यह सरकार स्थिर, निरंतर, ईमानदार, दमदार होगी और PM मोदी के नेतृत्व में हमारा देश ऊंचाइयों को छुएगा।

2019 के चुनाव में BJP ने अकेले जीती थीं 303 सीटें

2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली बीजेपी ने 2019 में अपनी बढ़त बरकरार रखी। 2019 के आम चुनाव में 17वीं लोकसभा के लिए BJP ने अकेले 303 सीटें जीतीं। जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को मिलाकर कुल 353 सीटें बीजेपी के खेमे में गईं। इस दौरान बीजेपी का वोट शेयर करीब 37% रहा। जबकि एनडीए गठबंधन को मिलाकर संयुक्त वोट शेयर 45% था। वहीं कांग्रेस पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में केवल 52 सीटें मिल पाईं।

वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को मिलाकर कांग्रेस के खेमे कुल 92 सीटें आईं। इस दौरान कांग्रेस का वोट शेयर 19.51% और यूपीए को मिलाकर संयुक्त वोट शेयर करीब 26% रहा था। इस चुनाव में अन्य दलों और उनके गठबंधन ने भारतीय संसद में 97 सीटें जीतीं थी। बता दें कि, 2019 में भी लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग कुल 7 चरणों में हुई थी। देशभर में 11 अप्रैल से 19 मई 2019 के बीच 7 चरणों में चुनाव अयोजित किया गया था। चुनाव का परिणाम 23 मई को घोषित किया गया था।

2014 के चुनाव में BJP ने अकेले जीती थीं 282 सीटें

जैसा कि ऊपर आपको बताया कि, 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली पार्टी बनकर बीजेपी उभरी थी। इस चुनाव में पहली बार नरेंद्र मोदी को बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। पीएम मोदी के पीएम पद पर उम्मीदवार होने के बाद बड़े पैमाने पर मतदाताओं से जुड़ने के लिए देश में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का प्रचार बढ़ा। एक तरह से 2014 का चुनाव देश में मोदी युग की शुरुआत कर गया। इसके बाद देश में मोदी मैजिक की लहर फैलने लगी। बीजेपी से ज्यादा मोदी-मोदी के नारे लगने लगे।

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार अकेले 282 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को मिलाकर कुल 336 सीटें बीजेपी के खेमे में गईं। उस दौरान बीजेपी का वोट शेयर 31.0% रहा। इस दौरान कांग्रेस को मात्र 40 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को मिलाकर कांग्रेस के खेमे कुल 60 सीटें आईं। जबकि अन्य दलों और गठबंधन दलों के पास 147 सीटें गईं थीं। तब कांग्रेस का वोट शेयर 19.3% रहा था। 2014 के लोकसभा चुनाव की घोषणा 16 मई 2014 को की गई थी। 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 9 चरणों में वोटिंग हुई थी।